बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ अत्याचारों का सिलसिला जारी है। हाल ही में कुछ मंदिर समितियों को धमकियां मिली हैं, जिसमें कहा गया है कि यदि वे दुर्गा पूजा मनाना चाहते हैं, तो उन्हें 5 लाख बांग्लादेशी टका देने होंगे। यह धमकी इस्लामिक समूहों की ओर से दी गई है, और यदि मंदिर समितियों ने पैसे का भुगतान नहीं किया, तो उन्हें पूजा का आयोजन नहीं करने दिया जाएगा।
यह स्थिति बांग्लादेश में हिंदू समुदाय की सुरक्षा और उनके धार्मिक अधिकारों के लिए चिंता का विषय बन चुकी है। इस तरह की धमकियां न केवल धार्मिक सहिष्णुता के खिलाफ हैं, बल्कि यह भी दर्शाती हैं कि देश में अल्पसंख्यकों के लिए खतरा बढ़ रहा है।
समाचार 2: अमेरिका में नफरती नारे
BAPS हिंदू मंदिर पर हमला
अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य के सैक्रामेंटो में स्थित BAPS हिंदू मंदिर को असामाजिक तत्वों ने निशाना बनाया है। मंदिर की दीवार पर 'हिंदुओं वापस जाओ' जैसे नफरती नारे लिखे गए हैं। यह घटना पिछले 10 दिनों में हिंदू मंदिर को निशाना बनाने का दूसरा मामला है, जो कि हिंदू समुदाय के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है।
मंदिर प्रशासन ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा है कि वे इस नफरत के खिलाफ एकजुट हैं। 10 दिन पहले न्यूयॉर्क में भी एक हिंदू मंदिर को इसी प्रकार के हमले का सामना करना पड़ा था। इस घटना के खिलाफ अमेरिकी हिंदुओं में रोष व्याप्त है, और मंदिर प्रशासन ने कहा कि वे कानून प्रवर्तन अधिकारियों के साथ मिलकर मामले की जांच कर रहे हैं।
निष्कर्ष
इन दोनों घटनाओं से स्पष्ट होता है कि हिंदू समुदाय, चाहे वह बांग्लादेश में हो या अमेरिका में, लगातार खतरे में है। दुर्गा पूजा के लिए वसूली की धमकियां और अमेरिका में नफरती नारे इस बात का संकेत हैं कि धार्मिक सहिष्णुता की आवश्यकता अब पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। इन घटनाओं के खिलाफ एकजुटता और जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है, ताकि सभी धार्मिक समूहों के लिए सुरक्षित और सम्मानजनक वातावरण सुनिश्चित किया जा सके।