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RSS प्रचारक को मुगलसराय पुलिस ने घंटों थाने पर बैठाए रखा, शत्रुघन का आरोप- बेईमान सभासदों की शय पर पुलिस ने किया उत्पीड़न, करेंगे CM से शिकायत

मुगलसराय@उड़ान इंडिया: भाजपा सरकार में आरएसएस के प्रचारक को सुबह से शाम तक मुग़लसराय कोतवाली में बैठाए रखा गया। मीडिया को जब इसकी भनक लगी तो पुलिस ने कोरमपूर्ति कर संघ के कार्यकर्ता को लिखा-पढ़ी कराकर छोड़ दिया। जिसके बाद मीडिया से रूबरू होते ही उन्होंने नगर पालिका परिषद पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर के दो सभासदों पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं।
                    शहर के लाट नम्बर 1 स्थित मकान नम्बर 109 व 137 निवासी संघ के कर्मठ प्रचारक शत्रुघन ने बताया कि उपरोक्त मकान-जमीन उनके दादा जी के नाम पर था जिन्होंने उसे अपने पोतों के नाम पर कर दिया। जो कि मेरे और मेरे चार भाईयों के नाम से है। उनका आरोप है कि उक्त मकान-जीमन पर पालिका परिषद के दो भ्रष्ट और बेईमान सभासदों राजेश जायसवाल व बृजेश गुप्ता की मिली भगत से उनके बड़े भाई की पत्नी के नाम से डूडा से 50 हज़ार रूपया पास करा दिया, जबकि मकान चारों भाईयों के नाम से है फिर भी किसी एक के नाम से पैसा पास होना सरकारी तंत्रों का दुरूपयोग है। संघ प्रचारक ने यह भी आरोप लगाया कि उक्त दोनों सभासदों के अलावा कुछ प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी इस साज़िश में शामिल हैं। 
                आरएसएस प्रचारक शत्रुघन ने आगे बताया कि बड़े भाई की पत्नी के नाम पर डूडा से गलत तरीके से पैसा पास होने की भनक जब उन्हें लगी तो उन्होंने घर में अपने भाईयों और भाभी से आपत्ती जताई। जिसके बाद किसी ने पुलिस को बुला लिया और मुगलसराय कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची तथा उन्हें कोतवाली ले आयी। जहां उन्हें 9 बजे से शाम 6 बजे तक तकरीबन 9 घंटे थाने पर बैठाये रखा गया और लगातार दबाव बनाया जाता रहा कि वो इसका विरोध बंद कर दें। मीडिया से रूबरू होते हुए संघ कार्यकर्ता ने आरोप लगाया कि पुलिस उन्हें प्रताड़ित कर रही है उनका पक्ष सुना ही नहीं जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे अकेला और पागल समझकर पुलिसिया कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने साफ़ तौर पर कहा कि वो किसी ग़लत कार्य में समझौता नहीं करेंगे और इस मामले को शासन तक पहुंचायेंगे और न्याय की गुहार लगायेंगे। इस घटना से संघ प्रचारक काफी मर्माहत दिखे, उन्होंने सवाल किया कि जब संघ के प्रतिष्ठित कार्यकर्ता के साथ पुलिस इस तरह का बर्ताव कर रही है तो आम लोगों के साथ क्या करती होगी। उन्होंने शासन-प्रशासन से उनके साथ हुए दुर्व्यवहार व उत्पीड़न की शिकायत करने की बात कहते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं उच्चाधिकारियों से न्याय की गुहार लगायी है।