इसराइली सेना ने हाल ही में लेबनान की राजधानी बेरुत के दाहीह क्षेत्र में फिर से हमले शुरू किए हैं। सेना ने हिज़्बुल्लाह के कई ठिकानों को निशाना बनाते हुए उनके रॉकेट लॉन्चर्स और हथियारों के गढ़ को तबाह कर दिया है। इसी दौरान, समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बताया कि बेरुत में हुए हमले के बाद हिज़्बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह का शव भी बरामद किया गया है।
लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने चेतावनी दी है कि इसराइली हमलों के कारण देश में बड़ा पलायन हो सकता है, जिसमें लाखों लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हो सकते हैं। उन्होंने इसे लेबनान के इतिहास का सबसे बड़ा पलायन बताया है। मिकाती ने यह भी कहा कि इस संघर्ष को समाप्त करने का एकमात्र रास्ता कूटनीति है, और वह युद्ध विराम का स्वागत करते हैं। लेबनान के सूचना मंत्री ने भी कहा कि इसराइल के साथ युद्ध विराम के लिए बातचीत जारी है।
इस बीच, ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने पुष्टि की है कि उनके डिप्टी कमांडर ब्रिगेडियर जनरल अब्बास निलफोरुशन भी इसराइली हमले में मारे गए हैं। IRGC ने निलफोरुशन की 'रेसिस्टेंस फ्रंट' की रक्षा में अहम भूमिका की तारीफ की है।
इसके साथ ही, इसराइल ने जानकारी दी कि उन्होंने रेड सी से आ रहे एक ड्रोन को रोक लिया है, जो इसराइल के दक्षिणी हिस्से की ओर बढ़ रहा था। इसराइल के उत्तरी क्षेत्र में कई चेतावनी सायरन भी बजाए गए, क्योंकि लेबनान की ओर से इसराइल पर आठ हमले किए गए। वहीं, संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी ने जानकारी दी है कि उन्होंने 10 लाख लोगों को मदद पहुंचाने के लिए आपातकालीन ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
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