ईरान का हमला: हिजबुल्लाह और हमास नेताओं की मौत का बदला
अंतरराष्ट्रीय@उड़ान इंडिया: मिडिल ईस्ट में हालात दिन-ब-दिन और खराब होते जा रहे हैं। हाल ही में, ईरान ने इजराइल पर मिसाइलें दागने की खबर सामने आई है। बुधवार को ईरान ने इजराइल की तरफ दो मिसाइलें दागीं। इस हमले को ईरान ने हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह और हमास के प्रमुख इस्माइल हिनियेह की मौत का बदला बताया है। इन दोनों नेताओं की हत्या के बाद ईरान ने आक्रामक तेवर अपनाए हैं।इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर (IRGC) ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि यह तो बस शुरुआत है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इजराइल ने कोई प्रतिक्रिया दी, तो उसे और भी भयंकर हमलों का सामना करना पड़ेगा। ईरान ने साफ कहा है कि ऐसे हमले जारी रह सकते हैं।
नेतन्याहू का पलटवार: "ईरान को भुगतना पड़ेगा परिणाम"
इजराइली प्रधानमंत्री की कड़ी प्रतिक्रिया
इसराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के इस हमले पर सख्त प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ईरान ने तेल अवीव पर हमला करके एक बड़ी गलती की है, और इसे अपनी इस हरकत के लिए जवाब देना होगा। नेतन्याहू ने इरान को सीधे तौर पर चेतावनी देते हुए कहा, "जिन्होंने हम पर हमला किया है, उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी होगी।" नेतन्याहू ने आगे कहा कि ईरान को भी वही हालत झेलनी होगी, जो हमास और हिजबुल्लाह ने झेली है। यह बयान मिडिल ईस्ट के संघर्ष को और अधिक जटिल बना सकता है, क्योंकि इजराइल अब कड़ी कार्रवाई की तैयारी में है।
मिडिल ईस्ट में बढ़ता युद्ध का खतरा
आने वाले समय में हालात और गंभीर हो सकते हैं
ईरान और इजराइल के बीच इस ताजा टकराव से मिडिल ईस्ट में हालात और बिगड़ सकते हैं। दोनों देशों के बीच पहले से ही काफी तनावपूर्ण स्थिति है, और अब यह टकराव और बढ़ने की संभावना है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह हमला सिर्फ शुरुआत हो सकती है और आने वाले समय में मिडिल ईस्ट में और बड़े हमले हो सकते हैं। अगर इजराइल जवाबी कार्रवाई करता है, तो पूरे क्षेत्र में संघर्ष भड़क सकता है, जिससे कई देशों पर इसका असर पड़ सकता है। ईरान की धमकी और इजराइल का सख्त रुख इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि दोनों देशों के बीच लड़ाई तेज हो सकती है। अब यह देखना होगा कि अगले कुछ दिनों में हालात किस दिशा में जाते हैं।