शावेज़ 'बन्टी' की रिपोर्ट
वाराणसी@उड़ान इंडिया: इस वक्त वाराणसी कचहरी में चुनावी माहौल है। प्रत्याशी अपने दांव पेंच आजमा कर विद्वान मतदाताओं को रिझाने में जुटे हैं। नामांकन के बाद अध्यक्ष और महामंत्री पद के प्रत्याशियों के चुनावी प्रचार में खासी तेजी आ गई है।
कचहरी के चुनावी गलियारों में एक चर्चा और गूंज रही है। विद्वान मतदाताओं में से बहुतों ने दी सेंट्रल बार एसोसिएशन वाराणसी (CBA) के 'बड़े पद' के एक प्रत्याशी को 'आश्वासन गुरु' की उपाधि दे दी है। चुनावी चर्चा करते हुए 'चकल्लास गुरु' ने बताया की 'आश्वासन गुरु' बस लोगों को अपने इर्द गिर्द जुटाए रखने के लिए अनाप-शनाप सांत्वना मतदाताओं को से रहे है, लेकिन वो ये भूल बैठे की मतदाता भी आखिर विद्वान हैं, जो उनके झांसे में बिल्कुल भी नहीं आने वाले हैं।
खैर बताते चलें कि दी सेंट्रल बार एसोसिएशन वाराणसी के वार्षिक चुनाव में 8500 मतदाता इस बार 16 दिसंबर को मतदान करेंगे। 17 दिसंबर को मतगणना के साथ ही चुनावी परिणाम की घोषणा होगी और इसी में 'आश्वासन गुरु' की किस्मत का फैसला भी हो जायेगा।