नई दिल्ली@उड़ान इंडिया: भारत में जनवरी के बाद एक बार फिर से कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus Infection in India) से एक आंकड़े ने चिंता बढ़ा दी है. देश में कोविड की प्रभावी प्रजनन संख्या, यानि R Value की बढ़ती दर इस बात का सूचक है कि संक्रमण कैसे तेजी से फैल रहा है. भारत में कोविड की आर वैल्यू एक से अधिक हो गई है. यह अनुमान चेन्नई इंस्टीट्यूट ऑफ मेथेमेटिकल साइंसेज के शोधकर्ताओं ने लगाया है.
दरअसल R Value का 1 से अधिक होना इस बात का संकेत है कि कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या बढ़ी है. अगर यह दर 1 से नीचे रहती है तो महामारी नियंत्रण में रहती है. वहीं यह दर 1 से काफी कम रहती है तो इससे पता चलता है कि बीमारी का संक्रमण रूक गया है. इस साल कोरोना की आर वैल्यू 1-10 जनवरी के बीच 2.98 तक पहुंच गई थी. क्योंकि इस अवधि में ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े थे.
इन शोधकर्ताओं के अनुसार, देश में कोविड की आर वैल्यू पिछले कुछ सप्ताह में तेजी से बढ़ी है. 12-18 अप्रैल के बीच यह दर 1.07 थी, जबकि 5-11 अप्रैल के दौरान यह वैल्यू 0.93 थी. इंस्टीट्यूट की रिसर्चर सीताभ्रा सिन्हा के अनुसार, आर वैल्यू की यह दर 16-22 जनवरी के बीच 1 से ऊपर थी, उस समय आर वैल्यू 1.28 थी. सीताभ्रा सिन्हा ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि, इस दर का कारण दिल्ली में बढ़ने वाले कोरोना के मामलों से ही नहीं बल्कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश से जुड़े केस की वजह से भी है.
शोधकर्ता सीताभ्रा सिन्हा ने कहा कि लगभग सभी प्रमुख शहर – मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई आर वैल्यू 1 से ऊपर है. जबकि दिल्ली और उत्तर प्रदेश में R वैल्यू 2 से ऊपर है. फिलहाल कोलकाता डेटा उपलब्ध नहीं है. 18 अप्रैल को खत्म हुए सप्ताह में अनुमानित आर वैल्यू दिल्ली के लिए 2.12, उत्तर प्रदेश के लिए 2.12, कर्नाटक के लिए 1.04, हरियाणा के लिए 1.70, मुंबई के लिए 1.13, चेन्नई के लिए 1.18 और बेंगलुरु के लिए 1.04 है.
नवहीं केरल और महाराष्ट्र में कोविड की आर वैल्यू क्रमशः 0.72 और 0.88 है. सीताभ्रा सिन्हा ने कहा कि, कर्नाटक में फिलहाल आर वैल्यू 1 से अधिक है और इसका कारण बेंगलुरु में बढ़ते हुए कोरोना के मामले हो सकते हैं.