वाराणसी: कैंट थाना क्षेत्र स्थित जेपी मेहता इंटर कॉलेज में एक नर कंकाल मिलने से बुधवार को सनसनी फैल गई। शव मिलने की सूचना मिलने पर कैंट थाना पुलिस ने मौके पर पहुंंच कर जांच पड़ताल की। आशंका व्यक्त की जा रही है कि लॉक डाउन के दौरान जब कॉलेज को क्वारंटाइ सेंटर बनाया गया था तभी की यह घटना है।
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काल्पनिक फोटो |
कर्मचारियों के अनुसार बुधवार को कॉलेज परिसर की साफ सफाई की जा रही थी। इसी दौरान कॉलेज के पिछले हिस्से में परित्यक्त भवन में एक व्यक्ति का कंकाल देखा गया। सफाई कर्मचारियों ने तत्काल इसकी सूचना प्रधानाचार्य एनके सिंह को दी गई। इसके बाद प्रधानाचार्य ने कैंट पुलिस को मौके पर बुलाया। कैंट पुलिस ने शव की पहचान का काफी प्रयास किया। लेकिन शव के पास ऐसा कोई साक्ष्य नहींं मिला जिससे उसकी पहचान की जा सके। पुलिस ने फॉरेसिक जांच के बाद कंकाल को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
क्षेत्र में काफी दिनों पूर्व बदबू का लोगों को अहसास तो हुआ लेकिन काफी दूर होने की वजह कोई उधर जाता नहीं था। बुधवार को कालेज खुलने के बाद साफ सफाई की वजह से कर्मचारी उधर गए तो शव देखकर भौचक रह गए। जेपी मेहता इंटर कॉलेज परिसर में घनी झाड़ियों के बीच बुधवार दोपहर शव पूरी तरह नर कंकाल में बदला हुआ मिलने के बाद हड़कंप की स्थिति रही।
प्रिंसिपल डॉ. एनके सिंह की सूचना पर आनन फानन कैंट थाने की पुलिस मौके पर पहुंच कर जांच में जुटी और फॉरेंसिक टीम को मौके पर बुला लिया। इस बाबत विद्यालय प्रबंधन ने बताया कि कोरोना संक्रमण के समय यहां पर क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया था। लिहाजा आशंका है कि व्यक्ति या तो कोरोना से मर गया होगा या उसे कोई बीमारी रही होगी और समय से इलाज न मिलने पर उसने दम तोड़ दिया।
हालांकि पुलिस के अनुसार शव को देखकर हत्या करने का कोई साक्ष्य नहीं मिला है। ऐसे में फॉरेंसिक टीम को भी बुलाकर साक्ष्य संकलन किया गया है। इस बाबत कैंट के थाना प्रभारी राकेश सिंह ने बताया कि फॉरेंसिक जांच के बाद पोस्टमार्टम के लिए शव को भेजा गया है। मौत की वजह स्पष्ट नहीं हुई तो विधि विज्ञान प्रयोगशाला में जांच कराई जाएगी। फॉरेंसिक टीम के साक्ष्य संकलन के बाद अब पुलिस नर कंकाल की पहचान के लिए यहां पर क्वारंटाइन किए गए लोगों की लिस्ट की जांच करने की तैयारी में है ताकि गुमशुदा की पहचान कर शव की शिनाख्त हो सके।